हेलो दोस्तों मेरा नाम राकेश है और मेरी उम्र 23 साल हैं। मैं दिखने में अच्छा हूँ कद मेरा 5'6" हैं और लंड मेरा 6.5 इंच हैं।
पहले मैं आपको अपनी चाची के बारे में बताता हूँ।
मेरी चाची दिखने में एकदम माल हैं खूब गोरी, बूब्स बड़े और तने हुए हैं। मुलायम कमर और उबरी हुई गांड हैं। कद 5.6 मतलब मेरे जितनी हैं और उम्र अभी सिर्फ 30 साल की हैं।
इससे पहले मेरी चाची पे गंदी नजर नहीं थी ये सिलसिला शुरू हुआ तब जब मैंने चाची को मेरे बड़े भाई का लंड चूसते हुए देखा था।
ये बात एक एक महीने पहले की थी जब मैंने ये सब देखा पर अभी एक हफ्ते पहले ही भाई की जॉब लगी बैंगलोर में और वोंही चला गया।
भाई को फरक नहीं पड़ता था चाची से क्युकी भाई के पास बहुत लड़कियाँ हैं जिनके साथ वो सेक्स करता रहता हैं।
अब मेरी प्लानिंग थी की भाई गया तो मैं लाइन मरता हूँ चाची भी हवस की भूखी होगी ही। मैंने नोटिस किया वो कई बार भाई को कॉल करती पर भाई बहुत कम फ़ोन उठाता था।
तो मैंने उन्हें पटाने के लिए भाई का स्टाइल कॉपी करना शुरू किया। उसकी तरफ बाल, चाल कपड़े सब करना शुरू किया।
उन्होंने जब मुझे भाई के कपड़ो में देखा तो घूरे जा रही थी। मैं समझ गया मन तो उनका कर रहा हैं पर झिझकती बहुत थी।
कपड़ो से भी काम नहीं चला चाची अभी भी मुझसे करीबी नहीं बढ़ा रही थी। तो मैंने भाई वाला परफ्यूम भी लेलिया और वोंही लगाया ।
उसी दिन मैंने चाची से कहा भाई आया है अंदर कमरे में सो रहा हैं। चाची के साथ मैंने मजाक किया था वो भाई को देखने कमरे में गयी पर मैंने उन्हें कहा अभी उसने मना किया हैं मिलने से।
तो वो थोड़ी देर इंतजार करती रही और मैं भाई के कमरे में उसका परफूम लगाकर सो गया।
कुछ देर बाद लाइट चली गयी अचानक और चाची पुरे घर में मुझे ढूंढने लगी। जब उन्हें लगा कोई घर पर नहीं हैं तो वो खुश होकर भाई के रूम में आ गयी।
वंहा मैं लेटा हुआ था जानकर और चाची मुझे भाई समझ कर अंदर आ गई। अँधेरा था और चाची ने भाई के परफ्यूम की खुशबू सूंगी और मुझे गले से लगा लिया।
चाची – कंहा थे इतने दिन जानू और मेरी गर्दन चूमने लगी।
मैंने कुछ नहीं कहा और उन्होंने मेरे होंठ चूमना शुरू कर दिया और मैंने भी उनके होंठ चूमना शुरू कर दिया ।
वो मेरी जीभ चूसने लगी और एक हाथ सीधा मेरे लंड को सहलाने लगी । वो बहुत उतावली हो रखी थी वो जल्दी जल्दी चुदाई चाहती थी किसी के आने से पहले।
उसके बाद मैंने उनके बूब्स दबाना शुरू कर दिया और उनका सूट उतार दिया। उन्होंने ब्रा पीछे से हुक खोला और ढीली कर दिया और मैंने ब्रा उतार दी।
अँधेरे में मैंने उनके बूब्स दबाये और फिर वो ऊपर की तरफ आयी मैंने उनके बूब्स चूसे। वो सिसकारियां भरने लगी आह्हः ससससस करते रहो जानू करते रहो मजा आ रहा हैं।
फिर मैंने उनका नाड़ा खोला और पजामा उतार दिया। उन्होंने पैंटी नहीं पहनी थी तो मैंने उन्हें बेड पर लिटाया और उनकी चूत चाटने लगा।
वो बोलती रही जल्दी करो राकेश आ जायेगा जल्दी करो और उन्हें क्या पता राकेश उनकी चुदाई कर रहा था।
मैंने उनके चूत को अच्छे से चाटकर गिला कर दिया था और फिर लंड अंदर डाल दिया।
मस्त चुदाई होने लगी पच पच्छ की आवाजे और चाची की आवाजे आह अहह उफ्फ्फ्फ़ बहुत याद आयी आपकी चोदो मुझे चोदो।
मैं भी पुरे जोश में चुदाई कर रहा था और उनके होंठ चूस रहा था। मेरे दोनों हाथ उनके बूब्स के निप्पल को रगड़ रहे थे जिससे उन्हें और मजा आ रहा था।
कुछ देर बाद मेरा माल निकल गया और मैंने सारा चूत में निकाल दिया। फिर वो मेरे ऊपर नंगी लेट गयी और मेरे गाल चूमने लगी।
मेरा लंड अभी भी उनकी चूत में था और तभी अचानक लाइट आ गयी। चाची ने मुझे देख लिया की वंहा भाई नहीं मैं हूँ।
चाची – तुम?
मैं – हां चाची मैं आयी लव यू चाची।
मैं ये बोलकर उन्हें चूमने लगा लेकिन उनका मुँह उतर गया था और वो गुस्से से मुझे छोड़ दो जाने दो।
मैंने उन्हें बाहो में ले रखा था और चूत में लंड डला हुआ था और फिर उनका रोने से जैसा मुँह हो गया।
मुझे उनपर तरस आ गया और वो जाना चाहती थी मैंने उन्हें जाने दिया। मैं सोचने लगा शीट यार साली लाइट गयी सही समय पर पर आयी गलत समय पर।
उस दिन हमने बात नहीं की और आने वाले तीन दिन चाची ने मुझे देखा तक नहीं। मुझे बहुत गिल्ट फील हो रहा था की ये क्या कर दिया मैंने अब चाची को मनाना ही पड़ेगा।
रात को चाची भाई को फिरसे कॉल करने लगी और भाई ने उनका कॉल उठाया। चाची ने उसकी याद आ रही हैं तो भाई ने कहा वो बहुत समय बाद आएगा और उसके बाद ज्यादा समय नहीं रहता बात करने के लिए।
वीडियो काल थोड़ी देर चल रही थी मैं पीछे वाली खिड़की से देख रहा था। चाची को लगा भाई बहुत बिजी रहता हैं पर थोड़ी देर बाद एक नंगी लड़की वीडियो कॉल में दिखी।
वो कह रही थी की एक और राउंड सेक्स करते है न बेबी। बस ये सुनते ही चाची का मूड खराब और वो समझ गयी भाई बस उनका इतेमाल कर रहा था। उन्होंने तुरंत कॉल काट दिया और जाकर सो गयी।
रात भर टेंशन से अगले दिन जब वो उठी तो उन्हें बुखार था। तो मैंने उन्हें आराम करने को कहा और सारा काम किया घर का।
मैं बार बार उनकी पट्टी बदलता और उन्हें दवाई वगरह सब बंदबस्त किया। मैंने आज तक इतना काम नहीं किया था तभी मैं घरवालों की सुनता था।
चाची भी मुझे देख रही थी की मैं पहली बार झाड़ू पोछा सब लगा रहा हूँ।
चाची- तुम इतनी मेहनत क्यों कर रहे हो?
मैं चुप रहा और थोड़ी देर बाद मेरे आंसू आ गए। चाची ने बोला क्या हुआ तुम्हे? रो क्यों रहे हो तुम?
मैंने कहा सॉरी उस दिन के लिए और आप फालतू की टेंशन मत लो। माना की भाई गलत हैं पर दुनिया में सब एक जैसे नहीं हैं।
मेरी बात सुनकर चाची भी रो पड़ी और मैं उनके पास जाकर उनके आंसू पोछने लगा।
चाची ने कहा तुम सच में मुझे पसंद करते हो? मैंने कहा हां तभी मैंने भाई के जैसा हुलिआ बना रखा था।
तो चाची ने कहा अब तुम्हे वैसे हुलिआ बनाने की कोई जरुरत नहीं हैं।
मैंने कहा मतलब तो उन्होंने मेरे गाल पर किस करा और कहा ठीक हो जाने दो फिर तुम्हारे लिए एक सरप्राइज हैं।
मुझे लगा चाची का दुःख हल्का हुआ इसीलिए उन्होंने गाल चूमा पर बात कुछ और थी। उस रात चाची की तबियत काफी ठीक हुई और अगले दिन तक मैंने काम किया और शाम तक वो बिलकुल अच्छी हो गयी।
मम्मी पापा काम पर गए थे और चाचा बिज़नेस के चककर में बहार गए थे। घरवाले कम से कम 11 बजे तक आने वाले थे।
मैं अपने कमरे में बैठा था चाची ने आवाज लगाई की मेरे फ़ोन को ठीक करदे। मैं चाची के रूम पर गया उनका फ़ोन देखने लगा पर चाची वंहा नहीं थी।
मेरा ध्यान फ़ोन पर ही था और इतने में चाची आयी और कहने लगी जैसे तूने मुझे ठीक किया वैसे फ़ोन भी ठीक करदेना।
मैंने चाची की तरफ देखा और मेरी आंखे फटी की फटी रह गयी। चाची पूरी नंगी चेहरे पर हल्का मेकअप और मुझे हसकर देख रही थी।
मेरा तो तुरंत लंड खड़ा हो गया उनका गोरा चिकना बदन देख कर और मोटे बूब्स और गांड देख कर।
उन्होंने मुझे खड़ा किया और हाथ से फ़ोन छीना और फ़ोन फेक दिया। मेरा सर पकड़ा और मेरे होंठ पर होंठ रख दिए और बहुत लम्बा चुम्बन चला।
मजा ही आ गया और फिर उन्होंने मेरे कपड़े उतारे और मुझे नंगा कर दिया। मेरा लंड देखा और कहने लगी ये भी सही है यार और सीधा मुँह में लेलिया और चूसने लगी।
क्या मस्त चूसा मारती हैं चाची मजा ही आ गया आज तो। फिर मैंने उन्हें उठाया और खड़े खड़े उनके बूब्स अच्छे से चाटने और चूसने लगा।
धीरे धीरे करते करते मैं चूत पर आ गया और चूत चाटने लगा। मैंने चूत में जीभ घुमाई मजा ही आ गया मुझे तो चाची को भी मजा आ रहा था।
उसके बाद मैंने उन्हें बेड पर लिटा दिया और उनकी चूत में लंड डाल दिया। वो चिल्लाई आअह धीरे करो यार और मुझे चूमने लगी।
हम चुंबन कर रहे थे और मेरा एक हाथ उनके बूब्स को दबा रहा था और दूसरा हाथ मोटी गांड दबा रहा था।
जन्नत से भी ऊपर वाली फीलिंग के साथ चुदाई, किश, बूब्स दबाना और गांड सहलाना चल रहा था।
पुरे कमरे में चुदाई की सिसकारियों की आवाजे मंदी मंदी चीखे और मस्त खुशबू जो चाची से आ रही थी।
मैं चरम सिमा पर पहुंचा और चुदाई तेज करदी और कुछ देर में मेरा सारा माल चाची की चूत में निकल गया।
हम दोनों ने गहरी गहरी साँस ली और चूमने लगे एक दूसरे को। चाची बोली तू तो अपने भाई से भी ज्यादा मजे देता हैं थैंक यू।
मैंने कहा थैंक्स तो आपका जो आपने मेरी फीलिंग समझी आयी लव यू।
चाची – आयी लव यू टू।
हमे जब मौका मिले मन से चुदाई करते रहते है।
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