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पति ने मुझे अपने दोस्त से चुदवा दिया

 हैलो, आप सभी को मेरा नमस्कार| मेरा नाम लवी है| मेरी शादी को एक साल हो गया है|

मेरे हस्बैंड मुझसे बहुत खुश रहते हैं| वह रोज रात को मेरे गोरे जिस्म को निहारते हैं| मुझे चोदते वक्त मेरी बहुत तारीफ करते हैं| पहले तो शादी के कुछ समय बाद अगर मैं किसी की तरफ को आंख उठाकर देख भी लेती थी, तो मेरे हस्बैंड बड़े नाराज हो जाते थे|

लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता गया, सब कुछ सामान्य हो गया| वो जान गए थे कि उनकी इंडियन देसी सेक्सी वाइफ इतनी खूबसूरत है कि मैं जहां भी जाऊं, लोग मुझे देखेंगे ही|

मेरे हस्बैंड मेरे साथ अलग अलग तरह से सेक्स करते हैं| कभी वह मुझे रात में साड़ी पहना कर मेरे साथ साड़ी में सेक्स करते हैं, तो कभी जींस और टॉप पहना कर मुझे चोदने को आतुर हो जाते हैं| हम दोनों हर तरह से सेक्स का आनन्द और अनुभव लेते हैं|

फिर कुछ दिन बाद मेरे हस्बैंड मुझे चोदते वक्त अपनी इंडियन देसी सेक्सी वाइफ को किसी और से चुदवाने की कल्पना करने के लिए कहने लगे| मुझे बहुत अजीब लगा|

मैं उनसे कहने लगी- कोई मुझे जब बाहर देखता भी है, तो आप नाराज हो जाते हो … और आज किसी और के साथ चुदाई करने की बात कह रहे हो?


वो मुझसे कहने लगे- उस समय की बात और थी, पर अब मुझे अब तुम्हें किसी और से चुदते हुए देखना है|

उनकी इस बात से मैं खूब गर्म हो जाती और वो मुझे इसी बात को बार बार कहते हुए जमकर चोदते थे|

धीरे धीरे मुझे भी उनकी इस फैंटेसी में मजा आने लगा| मैं भी किसी और से चोदने के नाम को लेकर उतावली हो जाती थी और उनसे अपनी चूत खूब जमकर चुदवाती थी|

फिर कुछ समय बाद कुछ ऐसा हुआ कि मेरे हस्बैंड को बिजनेस के सिलसिले से बाहर जाना पड़ा| और वो एक महीने के लिए अपने काम के सिलसिले में शहर से बाहर चले गए|

उनके जाने के बाद मैं घर में एकदम अकेली हो गई| मेरे गोरे जिस्म को चोदने वाला अब कोई नहीं था और मैं चुदने के लिए बेताब होती जा रही थी| आप सोच सकते हो कि मैंने एक महीना कैसे काटा होगा|

फिर एक दिन मेरे हस्बैंड का फोन आया कि वो घर वापस आ रहे हैं| मैं भी उनके लिए मस्त सजने और संवरने लगी| मैंने अपनी जांघों तक मेहंदी लगवाई और मैंने अपने उन अंगों को भी मेहंदी से रचवाया, जो किसी भी मर्द को चुदाई के लिए एकदम कामुक कर सकते थे|

मैं एकदम दुल्हन की तरह सज और संवर रही थी| रात को करीब 10:00 बजे मेरे घर की डोरबेल बजी|

मैंने जाकर दरवाजा खोला, तो सामने मेरे हस्बैंड थे| मैं उनको देखकर एकदम खुश हो गई| एक महीने से मैं घर पर अकेली थी, उनको देखकर मेरा खुश हो जाना लाजिमी था| लेकिन वो अकेले नहीं थे, उनके साथ उनका एक दोस्त दिल्ली से साथ आया था|

उनके दोस्त ने मुझसे कहा- भाभी जी नमस्ते|

मैं उसे देख कर थोड़ा हक्की-बक्की सी रह गई, लेकिन फिर मैंने कहा कि आइए ना … अन्दर आइए|

वो और मेरे हस्बैंड घर में अन्दर आ गए| मैंने उनके लिए खाना बनाया और हम सबने साथ में बैठकर खाना खाया|

रात के करीब 11:30 बजे हम सभी सोने के लिए चले गए| मैं और मेरे हस्बैंड अपने बेडरूम में चले गए … और उनका दोस्त हमारे बराबर वाले रूम में चला गया| मैंने उनके लिए वहां पर बिस्तर लगा दिया था|

मेरे हस्बैंड ने रूम में जाते ही मेरी कोली भर ली और मेरे सारे कपड़ों को मेरे बदन से अलग कर दिया| वो मेरे गोरे जिस्म को चूमने लगे| मेरा चेहरा अपने हाथों में लेकर मेरे होंठों से होंठ लगा कर किस करने लगे| मेरी जीभ को अपने मुँह में लेकर चूसने लगे|

आज मैंने अपना बदन एकदम चिकना कर रखा था| जब मैं नंगी हुई तो मेरे हस्बैंड कहने लगे- अरे वाह आज तुम तो एकदम परी लग रही हो| तुम्हारे बदन पर ये शानदार मेहंदी ऐसी लग रही है| जैसे आज जन्नत की कोई हूर मुझसे चुदने आई है|

मैं अपनी तारीफ़ सुनकर मस्त हो गई|

अब मेरे हस्बैंड कभी मेरे मम्मों को चूसते, तो कभी मेरी चूत को चाटते| मैं तो एकदम पागल सी हुई जा रही थी|

मैं भी अपने हस्बैंड का लंड अपने मुँह में लेकर चूसने लगी| फिर हम दोनों ने 69 की पोजीशन ले ली| मैं अपने हस्बैंड का लंड चूस रही थी और वह मेरी चूत को चूस और चाट रहे थे|

इसके बाद मेरे हस्बैंड ने अपना लंड मेरी चूत में डाल दिया और मुझे चोदने लगे| आज वो बहुत तेजी से मेरी चूत में धक्के लगा रहे थे| मेरी कसी हुई चुत में भी बहुत मजा आने लगा था|

हम दोनों एक महीने के भूखे थे और एक दूसरे से चुदाई का पूरा मजा लेने लगे|

मेरे पति मुझसे गंदी गंदी बात करने लगे|
वो मुझसे कहने लगे- बेबी आज मैं तुम्हें पूरी रात चोदूंगा|
मैं भी कहने लगी- हां बेबी … आज मुझे खा जाओ|

मेरे पति मुझसे बातों ही बातों में वो सब फिर से कहने लगे, जैसा कि वे हमेशा कहते थे कि मुझे किसी और से चुदते हुए देखना है|

आज वो मेरी चुत में लंड पेलते हुए मुझसे कहने लगे कि अगर तुम्हारी भूख आज मुझसे शांत नहीं हो रही हो … तो बताओ, मैं अपने दोस्त को भी बुला लूं|

मैंने सेक्स के मजे में ऐसे ही बोल दिया- हां जाओ बुला लो, आज मैं तुम दोनों को शांत कर दूंगी|

ये सुनकर मेरे हस्बैंड मेरे ऊपर से हटे और दूसरे रूम अपने दोस्त को बुलाने चले गए| मैं तो एकदम से जैसे हैरान रह गई| मुझे इस बात का बिल्कुल भी यकीन नहीं था कि वह सचमुच चले जाएंगे|

अगले ही पल मेरे पति अपने उस दोस्त को कमरे में बुला लाए|

मैंने उसे अन्दर आते देखा तो झट से बेड की चादर से अपने बदन को ढकने की कोशिश करने लगी|
लेकिन उनका दोस्त और मेरे हस्बैंड मेरे पास आए और मुझे मनाने लगे| मैं तो जैसे कुछ बोल ही नहीं पा रही थी|

उनका दोस्त मेरी जांघों पर अपना हाथ फिराने लगा| वो मुझसे कहने लगा- प्लीज भाभी, इस बारे में किसी को कुछ पता नहीं चलेगा, आप बिल्कुल भी चिंता नहीं कीजिए| प्लीज मुझे भी अपनी जिंदगी में शामिल कर लीजिए|

मैं तो जैसे कुछ बोल ही नहीं पा रही थी|

तभी मेरे हस्बैंड ने उस चादर को खींच दिया, जिससे मैंने अपना नंगा तन ढका हुआ था| वो मेरे ऊपर से चादर खींचने लगे और मुझसे कहने लगे- प्लीज बेबी, आज मान जाओ|

मेरे पति ने अपनी मजबूत भुजाओं से मेरी चादर खींच कर अलग कर दी और मेरे बदन पर किस करने लगे| उन्होंने अपने दोनों हाथों से मेरे चेहरे को पकड़कर अपने होंठ मेरे होंठों पर लगा लिया| नीचे उनका दोस्त भी मेरी जांघों पर किस करने लगा|

मैं गर्म भी हो रही थी और शर्मा भी रही थी| आज मेरा पति मुझे एक दूसरे मर्द से चुदने के लिए मजबूर कर रहा था|

फिर मेरे हस्बैंड मेरे मम्मों को चूसने लगे| मुझे तो जैसे कुछ समझ ही नहीं आ रहा था … बस मेरा चेहरा शर्म से लाल पड़ गया था| कुछ देर तक उनके चूमने और चाटने से मैं अपने दिल और दिमाग पर से अपना कंट्रोल खोती जा रही थी|

धीरे-धीरे मैंने अपने बदन को ढीला छोड़ दिया और वो दोनों मेरे बदन को जमकर चूसने लगे|
उनका दोस्त मेरी चूत को चाटने लगा और मेरे हस्बैंड अपनी इंडियन देसी सेक्सी वाइफ के मम्मों को चूस रहे थे|

तभी मेरे हस्बैंड एक साइड को हो गए और उनका दोस्त मेरे सामने आ गया| उसने अपने सारे कपड़े निकाल दिए और मेरे ऊपर चढ़ गया|

मेरे हस्बैंड एक महीने के बाद आए थे, तो उनके लिए मैं एकदम दुल्हन की तरह तैयार हुई थी| मुझे क्या पता था कि मेरे साथ सुहागरात आज कोई और ही मनाएगा|

तभी उसने मेरी चुत में अपना लंड डाल दिया और वो मुझे चोदते हुए मेरे साथ सुहागरात मनाने लगा|

उसका लंड भी मेरी चुत की आग में घी का काम करने लगा| धीरे-धीरे मैंने भी अपने हाथ उसकी कमर पर रख लिए| अब वो मेरे चुत को जमकर चोदने लगा|

कुछ पल बाद वो मेरे होंठों को अपने होंठों में लेने की कोशिश करने लगा| लेकिन मैंने होंठों को उसे बचाने की कोशिश की| मैं अपना चेहरा इधर-उधर कर देती थी|

हालांकि वह मेरे मम्मों और मेरे गाल पर जमकर किस कर रहा था| मेरा सारा बदन उसका हो गया था, लेकिन मैंने अपने होंठों में उसे जीभ नहीं डालने दी थी|

जैसे-जैसे वह मुझे चोदता जा रहा था, मैं मस्त होते हुए अपने अंतिम चरण पर आने वाली हो गई थी| बस अब मैं झड़ने वाली थी| मेरे जिस्म की ऐंठन से वह जान गया था कि मैं झड़ने वाली हूं|

उसी समय उसने फिर से मेरे होंठों को अपने होंठों में लेने की कोशिश की| तो मैंने भी अबकी बार मना नहीं किया और प्यार से अपने होंठों में उसे जीभ डालने दी|

वो भी जान गया कि उसने मुझे पूरी तरह से जीत लिया है| मैं झड़ी तो उसने जमकर मेरी चूत में धक्के लगाए और कुछ ही झकों के बाद वो भी मेरी चूत में झड़ गया| मेरा भी पानी निकल गया था| हम दोनों एकदम से शिथिल पड़ गए थे|

इस सब सीन के दौरान मेरे हस्बैंड थोड़ा अलग हो गए थे|

मेरे पति के दोस्त ने जब मेरी चूत में अपना सारा पानी निकाल दिया … तो मैंने उसे अपनी बांहों में भींच लिया और उसे प्यार करने लगी|

एक दो पल बाद उसका गाढ़ा सा वीर्य मेरी चूत से निकलकर जांघों पर बहने लगा था|

वो मेरे ऊपर से हट गया और मैं चुत पसारे अपनी सांसें नियंत्रित करने लगी|

उसके हटते ही मेरे हस्बैंड मेरे पास आ गए| उन्होंने उसके वीर्य से भरी हुई मेरी चूत में अपना लंड डाल दिया और उनका लंड एकदम से मेरी चुत की जड़ तक घुसता चला गया|

अबकी बार मेरे हस्बैंड मुझे चोदने लगे … चूंकि मेरा पानी उनके दोस्त के लंड से निकल गया था, तो मुझे दर्द होने लगा| मैं छटपटाने लगी

मुझे ऐसे मचलती और तड़पती देख मेरे हस्बैंड का भी पानी जल्दी ही निकल गया और उन्होंने भी मेरी चूत में अपना सारा पानी निकाल दिया|

इसके बाद मेरी सांस थमी और मैं अपना चेहरा छिपा कर मुँह ढकने लगी|

मेरे पति ने मुझसे कहा- बेबी आज सच में मजा आ गया|

उस रात मेरे पति और उनके दोस्त मुझे दो दो बार चोदा| एक बार तो उन दोनों ने मेरे दोनों छेदों में एक साथ लंड पेल कर मेरी सैंडविच चुदाई भी की|

उस रात की बाकी चुदाई की कहानी मैं आपको फिर कभी लिखूंगी|

दोस्तो, ये मेरी एक सच्ची सेक्स कहानी है| जैसा उस रात में हुआ था, वैसा ही मैंने आप लोगों को बताया है| सुबह उनका दोस्त अपने रूम में चला गया और मैं और मेरे हस्बैंड भी सो गए|

फिर दिन बीतते गए लेकिन मेरे हस्बैंड ने ना उस रात के बारे में बात की और ना मुझे ऐसा फिर से मजा दिलवाने के बारे में बात की|

मैं आज भी जब उस चुदाई की रात के बारे में सोचती हूं, तो मेरा रोम रोम झूम उठता है| उस रात मुझे बहुत मजा आया था| और सबसे ज्यादा आनन्द तो मुझे तब मिला था जब मेरी चूत और गांड दोनों में एक साथ लंड घुसे थे|

मैं चाहती हूं कि मेरे पति उसके जैसा कोई और मर्द मेरी लाइफ में लेकर आयें| जिससे मैं अपनी चूत की चुदाई का मजा अपने पति के सामने ले सकूं|

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