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मेरी बीवी मेरे बिजनेस पार्टनर से चुद गयी

 जैसा कि आप सब लोगों ने मेरी कहानी वाइफ की गांड चुदाई इनकम टैक्स ऑफिसर से में आपने पढ़ा होगा कि मेरी वाइफ को की गांड इनकम टैक्स ऑफिसर ने मारी थी. तो उसके बाद से हम दोनों इस मामले में काफी सहज होने लगे थे. इनकम टैक्स ऑफिसर का नाम रवि था. रवि ने कई बार मेरे सामने ही मेरी पत्नी की चूत की चुदाई की थी.

 फिर उनके जाने के बाद मैंने और मेरी पत्नी ने अपना पूरा ध्यान अपने बिजनेस को बढ़ाने पर लगा दिया था. हमारी मेहनत की बदौलत हमारा बिजनेस बढ़ने भी लगा था. फिर हमने सोचा कि क्यों न अपने माल को विदेश में भी भेजने का प्रयास किया जाये. हम दोनों ही इस बात के लिए सहमत थे. मेरी जानकारी में एक एक्सपोर्टर भी था.

ऋतु ने मुझसे उस एक्सपोर्टर से बात करने के लिए कहा. मैंने उसके साथ मीटिंग की और उसको अपना माल दिखाया. नोएडा में उससे मीटिंग करने के बाद हमारी डील पक्की हो गयी. उसका नाम अनिल शर्मा था जो काफी लम्बे समय से गार्मेन्ट के एक्सपोर्ट बिजनेस में था. अनिल वैसे देखने में काफी शरीफ लग रहा था.

अनिल से डील पक्की होने की बात मैंने अपनी बीवी ऋतु को बताई को वो भी खुश हो गई. फिर हम दोनों की ही फैमिली ने एक साथ डिनर का प्लान बनाया.

अनिल अपनी वाइफ के साथ और मैं अपनी बीवी के साथ मॉल के एक रेस्तरां में मिले. मैंने ऋतु को अनिल की वाइफ से मिलवाया. सब लोग काफी खुश थे. ऋतु ने लम्बी सी ड्रेस पहन रखी थी जिसकी बाजू आधी थी और रेस्तरां की लाइट में उसके गोरे हाथ चमक रहे थे. उसने नीचे हिल पहनी हुई थी और उसकी पतली कमर पर ड्रेस बिल्कुल फिट होकर चिपकी हुई थी.

अनिल की वाइफ भी अच्छी लग रही थी लेकिन मेरी बीवी ऋतु उस महफिल की शान थी. रेस्तरां में बैठा हर आदमी एक बार तो ऋतु की तरफ मुड़कर देख ही लेता था. अनिल भी बार-बार ऋतु को देख रहा था.
फिर हमने डिनर किया और घर वापस आ गये.

अगले दिन मैं अनिल के ऑफिस में बाकी की फॉर्मेलिटी पूरी करने के लिए चला गया. हम दोनों ने साथ में लंच किया और फिर हम बातें करने लगे.

उस दिन अनिल बिजनेस के बारे में कम और पर्सनल बातें ज्यादा कर रहा था. उसने ऋतु और मेरे बारे में ही ज्यादा सवाल करने शुरू कर दिये. मसलन कि हम दोनों कैसे मिले, शादी को कितने साल हो गये हैं और ऋतु मॉडलिंग में कब से है … वगैरह-वगैरह।

फिर उसने ऋतु की मॉडलिंग वाली फोटो देखने की इच्छा जाहिर की.
मैंने अपनी बीवी की विज्ञापन वाली कई तस्वीरें उसको दिखाई. कुछ तस्वीरें तो इतनी अच्छी थीं कि रवि अनिल की आंखों में चमक सी आ गई उनको देख कर।

उन्होंने मेरी बीवी की बहुत तारीफ की. मुझसे कहने लगे कि आप तो बहुत किस्मत वाले हो जो आपके ऋतु जैसी वाइफ मिली है. इतनी खूबसूरत बीवी होने के बाद तो आपको उस पर गर्व होना चाहिए.
मैं उसकी बात सुनकर मुस्करा दिया.

फिर कुछ दिने ऐसे ही बीत गये. हम दोनों कई बार मिल चुके थे. इस बीच में ऋतु भी अनिल से मिल चुकी थी. वो उसको भाभी कहकर बुलाता था लेकिन ऋतु ने मना कर दिया और अनिल से कहा कि वो उससे उम्र में काफी बड़े हैं. अनिल था भी काफी बड़ी उम्र का। 40-45 साल का हट्टा-कट्टा बिजनेस मेन था वो. इसलिए ऋतु ने उसको नाम लेकर बुलाने के लिए कहा और वो मान भी गया. उसके बाद से वो मेरी बीवी को ऋतु कहकर ही बुलाने लगा.

हम जब भी मिलते थे तो वो ऋतु को ऐसे देखता था जैसे कि मेरी बीवी उसके सामने बिना कपड़ों के ही खड़ी है. वो बार-बार उसकी चूचियों और उसकी गांड पर नजरें गड़ाए हुए देखता रहता था. कुछ दिन ऐसे ही बीत गये.

फिर एक दिन मैं और अनिल साथ में बैठ कर ड्रिंक कर रहे थे और मेरे मुंह से वो इनकम टैक्स ऑफिसर वाली घटना निकल गई. अनिल ने मुझे कसम दे दी और मुझे पूरी बात बताने के लिए कहा. फिर मैंने उसको पूरी बात बताई कि कैसे रवि ने मेरी मजबूरी का फायदा उठा कर मेरी बीवी को मेरी ही आंखों के सामने चोद दिया था.

अनिल पहले तो ये सुनकर बहुत शॉक हो गया लेकिन फिर बाद में वो बोला कि कोई बात नहीं। किसी पराये मर्द के साथ सेक्स करना इतनी बुरी बात भी नहीं है. फिर उस रात वो चला गया.

अगले दिन मैं अनिल के पास फैक्ट्री में उससे मिलने गया. पिछली रात की बात को लेकर मैं काफी शर्म महसूस कर रहा था. अनिल को भी अब रवि और मेरी बीवी की चुदाई की कहानी पता लग गई थी.

फिर उसने मुझे अपने केबिन में बुलाया और पूछने लगा कि तुम्हारे सामने एक गैर मर्द ने तुम्हारी बीवी की चुदाई कर दी तो तुम्हें बुरा नहीं लगा?
मैंने कहा कि शुरू में तो मुझे बहुत गुस्सा आया था लेकिन फिर बाद में सब नॉर्मल लगने लगा था.
फिर उसने पूछा- और ऋतु का क्या रिएक्शन था इस बारे में?
मैंने कहा- मेरी बीवी ने भी मेरा साथ दिया और कहने लगी कि जब समस्या ज्यादा बड़ी हो तो दोनों को मिल कर ही उसका सामना करना चाहिए.

ऋतु के जवाब के बारे में सुनकर अनिल ऋतु की तारीफ करते हुए कहने लगा कि वाह … तुम्हारी वाइफ तो बहुत ही समझदार है आकाश। लेकिन इतनी मॉडर्न लड़की इतनी समझदार कैसे हो सकती है. मैं इस बात को हजम नहीं कर पा रहा हूं।
मैंने पूछा- क्यों?

वो बोला- आज के जमाने में इतनी सीधी लड़की कहां मिलती है कि जो इतनी समझदार भी हो और वो भी ऊपर से मॉडलिंग करने वाली लड़की तो बिल्कुल भी इतना समझौता नहीं कर सकती जो पहली बार में ही किसी दूसरे मर्द से चुदने के लिए मान गयी हो, वह भी तुम्हारी आंखों के सामने ही। मुझे तो दाल में जरूर कुछ काला नजर आ रहा है। तुम पता करो इस बारे में। यह संभव नहीं है।

मैंने कहा- आप वैसे ही शक कर रहे हो, ऋतु ने जो कुछ भी किया वो सिर्फ मेरे कहने पर ही किया।
वो बोला- अगर ऐसा है तो फिर इस बात का फैसला भी हो जायेगा.
मैंने पूछा- कैसे?

वो बोला- महीने के आखिर में मैं हिसाब-किताब करने के लिए तुम्हारे घर पर आऊंगा. उस दिन हम लोग एक पार्टी करेंगे. उसी दिन मैं इस बात की परख कर लूंगा कि तुम्हारी बीवी सच में इतनी सीधी है या वो सती-सावित्री होने का नाटक तुम्हारे सामने ही कर रही है.

मैं भी अनिल की बात से सहमत हो गया. इस तरह महीने के आखिरी दिन प्लान के हिसाब से ही अनिल मेरे घर पर शाम के सात बजे के करीब आ गया. ऋतु ने काले रंग की लैगिंग पहन रखी थी और सफेद टी-शर्ट पहनी हुई थी. टी-शर्ट में उसकी चूचियों के बीच में ‘हग मी’ (मुझे गले लगा लो) लिखा हुआ था. ऋतु की चूचियां उसमें काफी बड़ी लग रही थी.

अनिल की नजर वहीं पर टिकी हुई थी. पढ़ने के बहाने उसने कहा- मुझे गले लगा लो … कह कर वो हंसने लगा.

ऋतु शरमा कर किचन में चली गई. मैं और अनिल हिसाब करने में लगे हुए थे. इतने में ऋतु चाय लेकर आ गई और हम दोनों से चाय पीने के लिए कहने लगी.
फिर वो चली गई.
मैंने अनिल से कहा कि ऋतु का टेस्ट करना है आज.

अनिल बोला- तुम बीच-बीच में काम के बहाने से मुझे और ऋतु को अकेले छोड़ देना. बाकी सब मैं खुद ही पता कर लूंगा.
मैंने अनिल को ओके कहा.

फिर हम तीनों बैठ कर ड्रिंक करने लगे. ऋतु भी हमारे साथ ही बैठी हुई थी. अनिल सामने वाले सोफे पर बैठा हुआ था. फिर मैं उठ कर नमकीन लेने के बहाने किचन की तरफ जाने लगा. हमारे ड्राइंग रूम और किचन के बीच में एक दीवार है. किचन के अंदर से ड्राइंग रूम का नज़ारा देखा जा सकता है. मैं वहीं पर छुप पर उन दोनों को देखने लगा.

मैंने देखा कि अनिल ने अपने मोबाइल में कुछ डिजाइन दिखाने के बहाने ऋतु को अपने पास बैठने के लिए कहा तो ऋतु उसके पास आकर बैठ गई. फिर वो ऋतु को अपने फोन में कुछ डिजाइन दिखाने लगा. वो बीच-बीच में ऋतु की जांघ पर हाथ भी रख देता था और ऋतु भी कुछ नहीं बोल रही थी. वो फोन में देखने में लगी हुई थी.

फिर मैं इतने में नमकीन लेकर आ गया लेकिन वो दोनों अभी भी फोन में व्यस्त थे.

फिर ऋतु उठ कर किचन की तरफ जाने लगी. अनिल मेरी बीवी की मटकती हुई गांड को देख रहा था. वो तब तक उसे ताड़ता रहा जब तक वो किचन में अंदर न चली गई. मैं समझ गया था कि मेरी बीवी की गांड देख कर अनिल को सेक्स चढ़ने लगा है.
मैंने पूछा- क्या हुआ अनिल जी, कुछ पता चला क्या?
वो बोला- अभी इतनी जल्दी नहीं खुलेगी ये, अभी थोड़ा और वक्त चाहिए. अभी तो पूरी रात पड़ी हुई है.

उसके बाद ऋतु भी आ गयी. हम तीनों फिर से बातें करने लगे और अब तीनों को ही नशा होने लगा था.

फिर मैं दोबारा से उठ कर वहां से चला गया ताकि उन दोनों को कुछ करने का मौका मिल सके और मैं ये सब देख सकूं. मैं किचन में खड़ा होकर देखने लगा कि ऋतु और अनिल हंस कर आपस में बातें कर रहे थे. दोनों ही बातों में खोये हुए थे और मजे ले रहे थे. कभी ताली पीट रहे थे और अनिल ऋतु की जांघ पर हाथ फेर देता था. ऋतु ने भी अपना हाथ अनिल की जांघ पर रखा हुआ था.

ऋतु कई बार अनिल की तारीफ कर चुकी थी. लेकिन मैं सोचता था कि अनिल उम्र में बड़े हैं इसलिए वो ऐसा करती है. फिर मैं बाथरूम में चला गया. जब वापस आया तो मैंने देखा कि ऋतु का हाथ अनिल की जांघ पर ही रखा हुआ था जो उसके लंड से तीन या चार इंच की दूरी पर ही था.

मुझे देखते ही ऋतु ने उसकी जांघ से अपना हाथ हटा लिया और मैं भी ऐसे बर्ताव करने लगा जैसे मुझे दिखाई ही न दिया हो. मैं भी जाकर ऋतु की बगल में बैठ गया.
मैंने पूछा- क्या देख रही हो फोन में?
वो बोली- कुछ नहीं, ऐड शूट की पिक्स देख रही हूं और अनिल जी को भी दिखा रही थी.

फिर मैंने कहा- बाबू जरा ये लाइटें बंद कर दो, आंख में लग रही है. सिर्फ नीले रंग की एल.ई.डी. लाइट जला दो.
ऋतु ने उठ कर सारी लाइटें बंद कर दीं और सिर्फ एक मंद रोशनी वाली लाइट जला दी.
अब हमें चेहरे दिखाई नहीं दे रहे थे एक-दूसरे के!

फिर ऋतु तीसरा ड्रिंक बनाने के लिए गई तो मैंने अनिल से पूछा- क्या दिखा रही थी ये?
वो बोला कि तुम्हारी वाइफ ने बहुत सेक्सी शूट किया है. किसी में उसकी टांगें दिखाई दे रही हैं तो किसी में उसकी चूचियों की दरार दिखाई दे रही है.

मैंने कहा- अरे जिस काम के लिए हम ये सब कर रहे हैं वो किया कि नहीं?
वो बोला- अभी तीसरा पैग शुरू होने दो, तुम्हारी बीवी गर्म हो जायेगी.

ये सुनकर मेरा दिल धड़कने लगा और मैं सोचने लगा कि क्या ऋतु सच में ही चुदाई के लिये तैयार हो जायेगी मेरे सामने ही?

इतने में ही ऋतु आ गई. वो हम दोनों के बीच में बैठी थी. ड्रिंक खत्म होने के बाद मैंने ऋतु की जांघ पर हाथ फेरना शुरू कर दिया. ऋतु भी मेरे होंठों को चूसने लगी. अनिल हमारे बगल में ही बैठा हुआ ये सब देख रहा था. मैंने देखा कि ऋतु ने अपना दूसरा हाथ अनिल के लंड पर रख दिया था. मगर वो मुझे किस कर रही थी.

अनिल का लंड उसकी पैंट में ही खड़ा हो चुका था. ऋतु ने अनिल के लंड को पकड़ लिया. मुझे लगा कि ऋतु ये सब नशे में कर रही है. मैं अनिल के सामने ही ऋतु के चूचों को दबाने लगा. ये देख कर अनिल से भी कंट्रोल नहीं हुआ और वो ऋतु की लेफ्ट वाली चूची को दबाते हुए मसलने लगा.

ऋतु को लगा कि दोनों हाथ मेरे ही हैं और उसने कुछ नहीं कहा। ऋतु अब धीरे-धीरे मस्ती से भरती जा रही थी. मैंने ऋतु की टी-शर्ट को उठा दिया तो नीली रोशनी में उसकी सफेद ब्रा चमकने लगी.
मैंने ऋतु को अपने गले से लगा लिया और पीछे से ऋतु की ब्रा के हुक को अनिल खोलने लगा. अनिल के हाथ कांप रहे थे. फिर मैंने उसकी ब्रा और टी-शर्ट को बिल्कुल ही निकाल दिया और वो ऊपर से पूरी नंगी हो गई. उसकी गोल-गोल गोरी चूचियां दिख रही थीं. भूरे रंग के निप्पल नीली रौशनी में उभर आये थे.

फिर मैंने ऋतु को दूसरी तरफ पलट दिया. उसके नंगे चूचे अनिल के सामने थे. अनिल ने अब तक जिन चूचियों को कपड़ों के ऊपर से ही घूरा था आज वो उसकी आंखों के सामने बिल्कुल नंगे थे. वो उनको अपने हाथ से दबाने के लिए मचल रहा था लेकिन अभी ऋतु की आंखें बंद थीं और वो कुछ नहीं कर रहा था.

फिर ऋतु ने एकदम से आंखें खोल लीं तो हमने सोचा कि सारा प्लान खराब हो गया. अब ऋतु आगे नहीं बढ़ेगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ. उसने दोबारा से आंखें बंद कीं और फिर मेरे और अनिल के एक-एक हाथ को अपनी चूची पर रखवा लिया.

हम दोनों मजे से उसकी चूचियां दबाने लगे. उसके मुंह से सिसकारियां निकलने लगीं. अब हमारी भी हिम्मत बढ़ गई थी.

कुछ देर तक उसकी चूचियों को मसलने के बाद हमने उसे उठाया और बेडरूम में ले गये. वहां पर जाकर मैंने ऋतु की लैगिंग भी उतार दी. फिर उसकी पैंटी भी निकाल दी. ऋतु अब हम दोनों के सामने नंगी हो गई थी. उसकी चिकनी चूत देख कर हम दोनों ही उस पर टूट पड़ने के लिए बेताब हो रहे थे. हमने उसको बेड पर लिटा दिया. अनिल उसके दूधों को मुंह में भर कर पीने लगा और मैं उसकी चूत को चाटने लगा.

वो पागल सी हो उठी.

अनिल उसके चूचों को ऐसे पी रहा था जैसे कोई बच्चा हो. फिर हम दोनों भी जल्दी से पूरे के पूरे नंगे हो गये.

ऋतु ने अनिल का लंड जब पहली बार देखा तो उसके मुंह से निकल गया- वाऊ!
उसको अनिल का लंड पसंद आ गया.

फिर ऋतु ने मेरी तरफ देखा तो मुझे शर्म आने लगी. अनिल की बात भी अब सच हो गई थी. मेरी बीवी मेरी ही नजरों के सामने पराये मर्द के लंड की तारीफ कर रही थी. इतना ही नहीं वो चुदने के लिए भी तैयार थी.

अनिल ने पहले ही कहा था कि तुम्हारी बीवी सती-सावित्री नहीं बल्कि एक रंडी है. मगर उस वक्त मैं ये सब नहीं सोच रहा था. हम तीनों पर उस वक्त हवस का नशा चढ़ा हुआ था.

ऋतु के मुंह में अनिल ने अपना लंड डाल दिया और बोला- चल रांड, अब मेरे लंड को चूस कर मजा दे.
उसके लंड को ऋतु ने तेजी से चूसना शुरू कर दिया. अनिल का लंड ऋतु ने चूस कर पूरा गीला कर दिया.

फिर अनिल ने मुझसे उसकी चूत चाट कर उसको गीली करने के लिए कहा और मैंने ऋतु की चूत को चाटना शुरू कर दिया.

मेरी बीवी की गीली चूत पर अनिल ने अपना लंड लगा दिया. उसका लंड मेरी बीवी की चूत में घुसने लगा और ऋतु मजे में चीखने लगी.

मैं अनिल के लंड को इंच दर इंच अपनी बीवी की चूत में घुसते हुए अपनी ही आंखों के सामने देख रहा था. अनिल ने कहा कि मैं उसकी चूत को ऊपर से चाटता रहूं तो मैंने उसके कहने पर ऐसा ही किया.

अनिल ऋतु की चूत को चोदने लगा और मैं ऊपर से उसकी चूत को चाटने लगा. कभी-कभी अनिल का लंड मेरे होंठों से भी टकरा जाता था. ऋतु पूरी चुदासी हो चली थी. उसने अपनी गांड उठाकर अनिल के लंड को पूरा अपनी चूत में लेना शुरू कर दिया.

उसकी चूत से एक सफेद रंग का लिक्वि़ड बाहर आना शुरू हो गया था. मैंने उसकी चूत से टपक रहे उस तरल पदार्थ को अपनी उंगली पर लगाकर ऋतु की चूत और अनिल के लंड पर मल दिया. अनिल का लंड बहुत ही ज्यादा कड़क हो चुका था.

कुछ देर तक उसकी चूत को चोदने के बाद अनिल ने अपना लंड बाहर निकल लिया और फिर मैंने अपनी बीवी की चूत में अपना लंड डाल दिया. फिर अनिल ने अपना लंड उसके मुंह में डाल दिया.
मेरी बीवी एक लंड को चूत में लेकर चुद रही थी और दूसरे लंड को मुंह में लेकर चूस रही थी. अनिल अपना लंड उसको चुसवाते हुए उसके चूचों को जोर से दबा रहा था. वो पागल सी होकर दोनों ही लंडों को मजा दे रही थी. ऋतु अपनी गांड उठा-उठा कर मेरे लंड से भी मजा ले रही थी.

कुछ इस तरह दो लंडों का मजा देने के बाद हमने अपने लौड़ों को बाहर निकाल लिया. अनिल ने उसके मुंह से लंड खींच लिया और मैंने अपनी पत्नी की चूत से लंड को बाहर निकाल लिया. लंड को बाहर निकालने के बाद हम दोनों एक-दूसरे की अगल-बगल में खड़े हो गये. ऋतु हमारे सामने नंगी लेटी हुई थी. हम दोनों ही उसके साथ में खड़े थे. वो बेड के किनारे पर थी.

फिर हम दोनों ने अपने लंड को हिलाना शुरू कर दिया और मेरी चुदक्कड़ बीवी हम दोनों के लंड से वीर्य निकलने का इंतजार करने लगी. हमने लंड को हिलाते हुए सारा माल एक साथ ऋतु की चूत पर और चूत के ऊपर उसकी चूचियों के अगल-बगल में गिराना शुरू कर दिया. कुछ माल अनिल ने उसके चेहरे पर भी छोड़ दिया. उसका पूरा बदन वीर्य से भर गया. रवि के लंड से बहुत माल निकला.

इस तरह मेरी चुदासी पत्नी ने दो लंडों के साथ एक ही बार में मजा लिया.

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