मेरा नाम अनीता है, मैं दिल्ली में रहती हु, ऐसे मैं करनाल हरयाणा से हु, मेरा पति का एक्सपोर्ट और इम्पोर्ट का बहूत बड़ा काम है, मैं काफी पढ़ी लिखी हु, पर मैं कुछ काम नहीं करती हु, भगवान् की दिया हुआ सब कुछ है, किसी चीज की कमी नहीं है घर पे, मेरे ससुर एक बहूत बड़े नेता थे अब वो इस दुनियां में नहीं है| पर इतनी अकूत दौलत है की 50 साल तक बिना काम किये अच्छे से ज़िन्दगी बिता सकते है|
दोस्तों दौलत ही सबकुछ नहीं होता है, ज़िन्दगी में प्यार बहूत बड़ी चीज होती है| पति इतना बीजी रहता है की उसको मेरे लिए टाइम नहीं मिलता है| मेरा अभी तक कोई बच्चा नहीं है तो स्वच्छन्द हु, पार्टी करती हु अपने सहेलियों के साथ ड्रिंक्स लेती हु, किटी पार्टी में जाती हु, पर पति का प्यार नहीं मिल पाता है|
मेरी एक बहूत ही अच्छी दोस्त है हनी खुराना, बहूत ही बिंदास है| उसका पति अक्सर देश से बाहर रहता है तो वो अपने ड्राइवर से ही सेक्स सम्बन्ध बना ली है और वो रोज रात को उसी के साथ सोती है| उसने मुझे आईडिया दिया| की देख अनीता तुम्हे किसी चीज की कमी नहीं है, अगर कमी है तो सिर्फ सेक्स का और जैसा तुमने बताया की तुम्हारा पति चोद नहीं सकता है, तो तो अपने ड्राइवर को पटा ले, और उसी से चुदवा, तेरा घर बहूत अच्छा हो जायेगा| जो कमी है उसकी तलाश तुम्हे पूरी हो जाएगी तो पति के साथ भी तुम खुश रहेगी| मुझे उसकी बातों में दम लगा और मैं सोच लिया की क्यों ना ऐसा ही करते है|
मेरे साथ ये दिक्कत थी की मैं जवान हॉट सुन्दर पर मेरा ड्राइवर थोड़ा ज्यादा ऐज का था तो मैंने अपने पति से बात की की हमलोग अपना ड्राइवर चेंज कर लेते है और फिर पेपर में एड दे दिया, एक ड्राइवर का जो 30 साल से निचे का हो| और दूसरे दिन करीब 10 ड्राइवर इंटरव्यू के लिए आ गए| हमें तो गाडी चलाने के अलावा एक ऐसे इंसान की भी जरूरत थी जो मेरे जिस्म की गर्मी को शांत करता रहे| और हमने एक हरियाणा का एक लड़का जो जाट था, बड़ा ही हस्टपुस्ट, लंबा तगड़ा, मैंने उसको रख लिया, सुरु में उसको करीब 15 दिन तक एहसास नहीं होने दिया की मैं उससे चुदना चाहती हु, एक दिन मेरे पति सिंगापुर गए, और देहरादून में एक मेरा होटल बन रहा था तो पति बोल के गए थे की बिच में देख लेना जाकर, तो मैंने ड्राइवर को बोल दी की देहरादून जाना है|
दूसरे दिन मैं अपने बी एम् डब्लू कार से देहरादून पहुच गई| दिन में साइट पर देख आई और फिर वही एक फाइव स्टार होटल में कमरा ली ताकि रात को आराम हो जाये, तभी मेरी सहेली का फ़ोन आ गया की यार कहा हो तो मैंने कहा की देहरादून में हु, तो बोली और कौन है तो मैंने कह दिया की ड्राइवर है मेरे साथ तो वो बोली फिर क्या सोच रही है| स्टार्ट हो जाओ| तो मैंने कहा मुझे हिम्मत नहीं हो रही थी की कही कुछ गड़बड़ ना हो जाये इसवजह से मैं अभी तक कुछ कर नहीं पाई, दोस्तों मुझे बस इस बात का डर था की कही वो ब्लैक मेल ना करे, पर मेरी सहेली बोली तू चिंता ना कर| और मेरे मन में आज चुदने की इच्छा जाग उठी|
मैंने अपने ड्राइवर सतवीर से बोली, तुम आज मेरे साथ ही कहना खा लेना, तो वो बोला नहीं मैडम जी मैं बाहर खा लूंगा, पर मैंने उसको खाने के लिए रोक लिया| हम दोनों निचे कहना खाने चले गए, कहना खाया, और भी बार में ड्रिंक्स लेने चले गए, दोस्तों वो मेरे सामने नहीं पि रहा था पर मैंने कहा कोई बात नहीं पि ले आज, आज तुम्हे पार्टी दे रही हु, तो सतवीर बोला मैडम जी जितनी एक पेग की कीमत यहाँ है उसमे से तो 8 बोतल आ जायेगा और वो हँसने लगा और मैंने भी मुस्कुरा दी बोली कोई बात नहीं एस कर| मैंने चार पेग ले ली और वो करीब 6 पेग पि लिया, मैं कुछ ज्यादा नशे में आ गई मैं लड़खड़ा रही थी पर वो अब थी ठीक था पर पुरे नशे में था| मैं चल नहीं पा रही थी उसने सहारा दिया और फिर लिफ्ट से होते हुए अपने कमरे तक पहुची|
दोस्तों इस बिच मैं उसके कंधे से झूलती हुयी आयी| वो मुझे अपनी बाहों में समेटे हुए लेके आया, अंदर आते ही| मैंने कहा सतवीर तुम बहूत हॉट हो यार, क्या मस्सल है| और मैं उसके आँखों में आँखे डाल के देखने लगी तो वो बोला मैडम जी आप तो किसी हीरोइन से कम थोड़े ना हो| आप तो करीना कपूर को भी फ़ैल कर दोगे, आप बहूत ही सुन्दर हो| पर मैडम जी एक बात बताओ साहब जी तो हमेशा बाहर रहते है, तो आप उनके साथ क्यों नहीं जाते हो, पारिवारिक चीज भी तो जरुरी है|
तो मैंने कहा यार छोड़ इस बात को आज तू मेरे साथ ही रह जा, साहब की जरूरत तू ही पूरी कर दे| पर वो कहने लगा नहीं मैडम जी, मेरी नौकरी बहूत प्यारी है| गाँव में मेरी बूढी माँ है और मैं अपने बहन की शादी करनी है| पापा नहीं है| मेरे कंधे पर सब भर है| मुझे नौकरी से मत निकलवाओ| जब कभी साहब जी को पता चलेगा वो मुझे गोली मार देंगे और आप लोग की पहुच इतनी है की मेरा पता भी नहीं चलेगा|
मैंने तुरंत अपने पर्स से पचास हजार रूपये निकली और उसको दी| बोली तू चिंता नहीं कर, तुम्हे किसी चीज की कमी नहीं होने दूंगी| और मैं उसके बाहों में आ गई और वो भी मुझे हौले हौले से सहलाना सुरु किया, दोस्तों मैं आज पहली बार लग रहा था की किसी मर्द की बाहों में हु| गजब का एहसास हो रहा था, और मैं उसको बेड पे धक्का दे दी| और मैं उसके ऊपर चढ़ गई| उसके होठ को चूसने लगी| धीरे धीरे मैंने अपने टी शर्ट उतार दिए और ब्रा खोल दी|
मेरी चूचियां उसके छाती में चिपकने लगी और वो भी अपना पेंट उतार दिया और जांघिया भी, जैसे ही मैंने उसके लंड को अपने हाथ में ली| दोस्तों दो मिनट के अंदर ही करीब आठ इंच का हो गया, मैं हैरान हो गई उसके मोठे लंड को देखकर, मैंने तुरंत उसके लंड को सोटने लगी| और फिर मुह में लेके आइसक्रीम की तरह चूसने लगी| वो आह आह आह आह मैडम जी बहूत अच्छा लग रहा था| आह आह आह आप कितनी अच्छी हो मैडम जी| फिर मैं निचे हो गई| और वो ऊपर आ गया पहले तो वो मेरे होठ को इतना चूस की मेरा होठ लाल हो गया गर्दन पे दांत भी काट लिया और मेरे निप्पल को दांत से दबाने लगा मेरी चूचियों को जोर जोर से मसलने लगा|
उसके बाद वो निचे जाकर, मेरे चूत को अपने जीभ से चाटने लगा| मैं अब पुरे सबाब में थी एक तो ऐसे ही नाश और दूसरी जिस्म का नशा, आज पहली बार मेरे तन बदन में किसी ने आग लगाया था| मैं तड़प रही थी| मैं अंगड़ाई ले रही थी| वो मेरे चूत को चाट रहा था| मैं दो बार झड़ चुकी थी| और वो मेरे पुरे बदन के रोम रोम को चाट डाला था फिर वो मुझे उलटा कर दिया और मेरे गांड के छेद को भी जीभ से चाटने लगा| ऐसा एहसास मैंने आज तक नहीं महसूस किया था| मैं खुले आसमान में उड़ रही थी| मेरी चूत में आग लग चुकी थी थी| उसने मुझे सीधा किया और मेरे पैरों को अपने कंधे पर रखा| और अपना लंड मेरे चूत पर रखकर, जोर से धक्का दिया, पर मोटा लंड एक बार में नहीं गया और उसने फिर से ट्राय किया, और वो मेरे पेट के अंदर तक अपने मोटे लंड को घुसेड़ दिया|
अब मैं बर्दास्त नहीं कर पा रही थी आज तक कभी भी मैंने इतनी मोटी लंड अपने चूत में नहीं डाली थी| पर धीरे धीरे दो तीन झटके के बाद ही अच्छा लगने लगा| और में गांड उठा उठा कर चुदवाने लगी, वो अब मुझे जोर जोर से चोदने लगा| होटल के कमरे के आह आह आह आह आह आह उफ़ उफ़ उफ़ उफ़ की आवाज आ रही थी| उसने मुझे घोड़ी बना दिया और पीछे से मेरे गांड पे चाटा मार मार कर चोदने लगा| फिर वो निचे हो गया और मैं उसके लंड पे बैठ गई| और फिर मैं ऊपर निचे करने लगी| वो निचे गालियां देने लगा| रंडी हो मैडम जी आप| बहूत चुदक्कड़ हो, मैं धन्य हो गया, क्या चूत पाया और पैसे भी, नौकरी भी पक्की चूत भी पक्की, अब तो किसी चीज की कमी नहीं है| मैडम जी जैसा आप कहोगी वैसा ही मैं करूँगा| वो बोले जा रहा था,
दोस्तों रात भर चुदवाते रही| मजा आ गया था मेरे ज़िन्दगी का| मैं आज बहूत खुश थी क्यों की अब मेरे पास सब कुछ था| किसी चीज की कमी नहीं थी एक लंड की कमी थी वो भी मुझे मिल चूका था| अब पति के साथ भी खुश हु, क्यों की जिस चीज की कमी थी वो मैं कही और से पूरा कर रही हु, पति आज कल मुझे बहूत प्यार कर रहे है|
दोस्तों दौलत ही सबकुछ नहीं होता है, ज़िन्दगी में प्यार बहूत बड़ी चीज होती है| पति इतना बीजी रहता है की उसको मेरे लिए टाइम नहीं मिलता है| मेरा अभी तक कोई बच्चा नहीं है तो स्वच्छन्द हु, पार्टी करती हु अपने सहेलियों के साथ ड्रिंक्स लेती हु, किटी पार्टी में जाती हु, पर पति का प्यार नहीं मिल पाता है|
मेरी एक बहूत ही अच्छी दोस्त है हनी खुराना, बहूत ही बिंदास है| उसका पति अक्सर देश से बाहर रहता है तो वो अपने ड्राइवर से ही सेक्स सम्बन्ध बना ली है और वो रोज रात को उसी के साथ सोती है| उसने मुझे आईडिया दिया| की देख अनीता तुम्हे किसी चीज की कमी नहीं है, अगर कमी है तो सिर्फ सेक्स का और जैसा तुमने बताया की तुम्हारा पति चोद नहीं सकता है, तो तो अपने ड्राइवर को पटा ले, और उसी से चुदवा, तेरा घर बहूत अच्छा हो जायेगा| जो कमी है उसकी तलाश तुम्हे पूरी हो जाएगी तो पति के साथ भी तुम खुश रहेगी| मुझे उसकी बातों में दम लगा और मैं सोच लिया की क्यों ना ऐसा ही करते है|
मेरे साथ ये दिक्कत थी की मैं जवान हॉट सुन्दर पर मेरा ड्राइवर थोड़ा ज्यादा ऐज का था तो मैंने अपने पति से बात की की हमलोग अपना ड्राइवर चेंज कर लेते है और फिर पेपर में एड दे दिया, एक ड्राइवर का जो 30 साल से निचे का हो| और दूसरे दिन करीब 10 ड्राइवर इंटरव्यू के लिए आ गए| हमें तो गाडी चलाने के अलावा एक ऐसे इंसान की भी जरूरत थी जो मेरे जिस्म की गर्मी को शांत करता रहे| और हमने एक हरियाणा का एक लड़का जो जाट था, बड़ा ही हस्टपुस्ट, लंबा तगड़ा, मैंने उसको रख लिया, सुरु में उसको करीब 15 दिन तक एहसास नहीं होने दिया की मैं उससे चुदना चाहती हु, एक दिन मेरे पति सिंगापुर गए, और देहरादून में एक मेरा होटल बन रहा था तो पति बोल के गए थे की बिच में देख लेना जाकर, तो मैंने ड्राइवर को बोल दी की देहरादून जाना है|
दूसरे दिन मैं अपने बी एम् डब्लू कार से देहरादून पहुच गई| दिन में साइट पर देख आई और फिर वही एक फाइव स्टार होटल में कमरा ली ताकि रात को आराम हो जाये, तभी मेरी सहेली का फ़ोन आ गया की यार कहा हो तो मैंने कहा की देहरादून में हु, तो बोली और कौन है तो मैंने कह दिया की ड्राइवर है मेरे साथ तो वो बोली फिर क्या सोच रही है| स्टार्ट हो जाओ| तो मैंने कहा मुझे हिम्मत नहीं हो रही थी की कही कुछ गड़बड़ ना हो जाये इसवजह से मैं अभी तक कुछ कर नहीं पाई, दोस्तों मुझे बस इस बात का डर था की कही वो ब्लैक मेल ना करे, पर मेरी सहेली बोली तू चिंता ना कर| और मेरे मन में आज चुदने की इच्छा जाग उठी|
मैंने अपने ड्राइवर सतवीर से बोली, तुम आज मेरे साथ ही कहना खा लेना, तो वो बोला नहीं मैडम जी मैं बाहर खा लूंगा, पर मैंने उसको खाने के लिए रोक लिया| हम दोनों निचे कहना खाने चले गए, कहना खाया, और भी बार में ड्रिंक्स लेने चले गए, दोस्तों वो मेरे सामने नहीं पि रहा था पर मैंने कहा कोई बात नहीं पि ले आज, आज तुम्हे पार्टी दे रही हु, तो सतवीर बोला मैडम जी जितनी एक पेग की कीमत यहाँ है उसमे से तो 8 बोतल आ जायेगा और वो हँसने लगा और मैंने भी मुस्कुरा दी बोली कोई बात नहीं एस कर| मैंने चार पेग ले ली और वो करीब 6 पेग पि लिया, मैं कुछ ज्यादा नशे में आ गई मैं लड़खड़ा रही थी पर वो अब थी ठीक था पर पुरे नशे में था| मैं चल नहीं पा रही थी उसने सहारा दिया और फिर लिफ्ट से होते हुए अपने कमरे तक पहुची|
दोस्तों इस बिच मैं उसके कंधे से झूलती हुयी आयी| वो मुझे अपनी बाहों में समेटे हुए लेके आया, अंदर आते ही| मैंने कहा सतवीर तुम बहूत हॉट हो यार, क्या मस्सल है| और मैं उसके आँखों में आँखे डाल के देखने लगी तो वो बोला मैडम जी आप तो किसी हीरोइन से कम थोड़े ना हो| आप तो करीना कपूर को भी फ़ैल कर दोगे, आप बहूत ही सुन्दर हो| पर मैडम जी एक बात बताओ साहब जी तो हमेशा बाहर रहते है, तो आप उनके साथ क्यों नहीं जाते हो, पारिवारिक चीज भी तो जरुरी है|
तो मैंने कहा यार छोड़ इस बात को आज तू मेरे साथ ही रह जा, साहब की जरूरत तू ही पूरी कर दे| पर वो कहने लगा नहीं मैडम जी, मेरी नौकरी बहूत प्यारी है| गाँव में मेरी बूढी माँ है और मैं अपने बहन की शादी करनी है| पापा नहीं है| मेरे कंधे पर सब भर है| मुझे नौकरी से मत निकलवाओ| जब कभी साहब जी को पता चलेगा वो मुझे गोली मार देंगे और आप लोग की पहुच इतनी है की मेरा पता भी नहीं चलेगा|
मैंने तुरंत अपने पर्स से पचास हजार रूपये निकली और उसको दी| बोली तू चिंता नहीं कर, तुम्हे किसी चीज की कमी नहीं होने दूंगी| और मैं उसके बाहों में आ गई और वो भी मुझे हौले हौले से सहलाना सुरु किया, दोस्तों मैं आज पहली बार लग रहा था की किसी मर्द की बाहों में हु| गजब का एहसास हो रहा था, और मैं उसको बेड पे धक्का दे दी| और मैं उसके ऊपर चढ़ गई| उसके होठ को चूसने लगी| धीरे धीरे मैंने अपने टी शर्ट उतार दिए और ब्रा खोल दी|
मेरी चूचियां उसके छाती में चिपकने लगी और वो भी अपना पेंट उतार दिया और जांघिया भी, जैसे ही मैंने उसके लंड को अपने हाथ में ली| दोस्तों दो मिनट के अंदर ही करीब आठ इंच का हो गया, मैं हैरान हो गई उसके मोठे लंड को देखकर, मैंने तुरंत उसके लंड को सोटने लगी| और फिर मुह में लेके आइसक्रीम की तरह चूसने लगी| वो आह आह आह आह मैडम जी बहूत अच्छा लग रहा था| आह आह आह आप कितनी अच्छी हो मैडम जी| फिर मैं निचे हो गई| और वो ऊपर आ गया पहले तो वो मेरे होठ को इतना चूस की मेरा होठ लाल हो गया गर्दन पे दांत भी काट लिया और मेरे निप्पल को दांत से दबाने लगा मेरी चूचियों को जोर जोर से मसलने लगा|
उसके बाद वो निचे जाकर, मेरे चूत को अपने जीभ से चाटने लगा| मैं अब पुरे सबाब में थी एक तो ऐसे ही नाश और दूसरी जिस्म का नशा, आज पहली बार मेरे तन बदन में किसी ने आग लगाया था| मैं तड़प रही थी| मैं अंगड़ाई ले रही थी| वो मेरे चूत को चाट रहा था| मैं दो बार झड़ चुकी थी| और वो मेरे पुरे बदन के रोम रोम को चाट डाला था फिर वो मुझे उलटा कर दिया और मेरे गांड के छेद को भी जीभ से चाटने लगा| ऐसा एहसास मैंने आज तक नहीं महसूस किया था| मैं खुले आसमान में उड़ रही थी| मेरी चूत में आग लग चुकी थी थी| उसने मुझे सीधा किया और मेरे पैरों को अपने कंधे पर रखा| और अपना लंड मेरे चूत पर रखकर, जोर से धक्का दिया, पर मोटा लंड एक बार में नहीं गया और उसने फिर से ट्राय किया, और वो मेरे पेट के अंदर तक अपने मोटे लंड को घुसेड़ दिया|
अब मैं बर्दास्त नहीं कर पा रही थी आज तक कभी भी मैंने इतनी मोटी लंड अपने चूत में नहीं डाली थी| पर धीरे धीरे दो तीन झटके के बाद ही अच्छा लगने लगा| और में गांड उठा उठा कर चुदवाने लगी, वो अब मुझे जोर जोर से चोदने लगा| होटल के कमरे के आह आह आह आह आह आह उफ़ उफ़ उफ़ उफ़ की आवाज आ रही थी| उसने मुझे घोड़ी बना दिया और पीछे से मेरे गांड पे चाटा मार मार कर चोदने लगा| फिर वो निचे हो गया और मैं उसके लंड पे बैठ गई| और फिर मैं ऊपर निचे करने लगी| वो निचे गालियां देने लगा| रंडी हो मैडम जी आप| बहूत चुदक्कड़ हो, मैं धन्य हो गया, क्या चूत पाया और पैसे भी, नौकरी भी पक्की चूत भी पक्की, अब तो किसी चीज की कमी नहीं है| मैडम जी जैसा आप कहोगी वैसा ही मैं करूँगा| वो बोले जा रहा था,
दोस्तों रात भर चुदवाते रही| मजा आ गया था मेरे ज़िन्दगी का| मैं आज बहूत खुश थी क्यों की अब मेरे पास सब कुछ था| किसी चीज की कमी नहीं थी एक लंड की कमी थी वो भी मुझे मिल चूका था| अब पति के साथ भी खुश हु, क्यों की जिस चीज की कमी थी वो मैं कही और से पूरा कर रही हु, पति आज कल मुझे बहूत प्यार कर रहे है|
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